चीन के मुद्दों पर मनमोहन सिंह से भी ज्यादा चुप रहते हे प्रधानमंत्री मोदी
चीनी सिमा लाच पर चल रही अधिकारियों की बातचीत लगातार बेनतीजा साबित हो रही हे वही सिमा पर तनाव के बढ़ने की खबरे आ रही हे जिस पर विपक्ष के द्वारा लगतार प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कैसा जा रहा हे की वह देश के साथ पारदर्शिता नहीं बरत रहे हे जबकि देश के नागरिको का यह जानने का पूरा हक़ हे की उनके देश पर सिमा पर स्थिति किसी हे परन्तु तमाम विवादों के बाद भी प्रधानमंत्री मोदी खामोश हे।
आंकलन के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सिमा विवाद व चीनी सामान के बहिष्कार जैसे मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ज्यादा बातचीत की हे वही २०१४ में चीन को उसकी विस्तार निति पर सबक सिखाने की धमकी देने वाले नरेंद्र मोदी जी ने अपनी सरकार बनने के बाद चीन के खिलाफ बोलने से बचते रहे हे वही सबसे ज्यादा पकिस्तान के खिलाफ नरेंद्र मोदी जी बोलते दिखाई देते हे। चीनी मुद्दों पर अक्सर विदेश मंत्रालय या रक्षा मंत्रालय बोलता हुआ नज़र आता हे। हालांकि देश के गृह मंत्री ने जरूर चीन को अपनी नीतियों पर पछताने की चेतावनी दी थी।
आंकलन के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सिमा विवाद व चीनी सामान के बहिष्कार जैसे मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ज्यादा बातचीत की हे वही २०१४ में चीन को उसकी विस्तार निति पर सबक सिखाने की धमकी देने वाले नरेंद्र मोदी जी ने अपनी सरकार बनने के बाद चीन के खिलाफ बोलने से बचते रहे हे वही सबसे ज्यादा पकिस्तान के खिलाफ नरेंद्र मोदी जी बोलते दिखाई देते हे। चीनी मुद्दों पर अक्सर विदेश मंत्रालय या रक्षा मंत्रालय बोलता हुआ नज़र आता हे। हालांकि देश के गृह मंत्री ने जरूर चीन को अपनी नीतियों पर पछताने की चेतावनी दी थी।
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