यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों का दर्द छुपा रहा मिडिया, जमींन पर सोने को मजबूर है
नवी दिल्ली, रूस व यूक्रेन युद्ध में फंसे हुए भारतीय छात्रों का गुस्सा अब सोशल मिडिया पर वीडियो के जरिये फुट रहा है जहा एक तरफ मिडिया में भारतीय छात्रों की घर वापसी के गुणगान गए जा रहे और भारत सरकार की जम कर तारीफों के पूल बांधे जा रहे है वही अगर जमीनी बात की जाए तो दोनों में ज़मींन आसमान का फर्क दिख रहा है ।
छह दिन से चल रहे युद्ध में करीब बिस हजार से ज्यादा भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए है जिनमे से सिर्फ पंद्रह सो से ज्यादा छात्रों की ही वतन वापसी हुई है ऐसे में जो छात्र यूक्रेन में फंसे हुए उनके पास खाने के सामान तक की कमी बताई जा रही है वही जो छात्र अपनी जान जोखिम में डाल कर यूक्रेन बॉर्डर पहुंच रहे हे उनकी सुध लेने वाला भी कोई नहीं है ।
वही भारतीय मिडिया छात्रों का सच बताने की बजाय अपने जूठे प्रोपरगेंडा चला रहा है कुछ ही ऐसे मिडिया हाउस हे जो की छात्रों की आवाज़ उठा रहे है। छात्रों का गुस्सा अब कई भारतीय न्यूज़ चैनल के पत्रकारों पर दिख रहा है जिसका वीडियो सोशल मिडिया पर काफी ज्यादा वायरल हो रहा है आपको बतादे की आज ही खार्कीव में खाने का सामान खरीदने गए कर्नाटक के एक छात्र की गोलीबारी में मौत हो गयी थी ।
No comments